कब्ज के लक्षण एवं उपचार : अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो आजमाएं ये घरेलू उपाय और जानिए इसके कारण

Symptoms and treatment of constipation :

दोस्तों आज फिर पेट अच्छे से साफ नहीं हुआ।और अब दिनभर गैस, एसिडिटी, पेट में भारीपन, सिरदर्द और न जाने क्या कुछ सहना ही पड़ेगा। एवं अधिकतर लोगों के दिन की शुरुआत कुछ इसी तरह होती है। और इस बात से आप इनकार नहीं करेंगे कि अगर पेट खराब, तो समझो दिन भी खराब। और आज के समय में कब्ज ऐसी समस्या है, जो लगभग हर बीमारी की जड़ है। एवं कई बार तो समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि जान पर बन जाती है। हम इस लेख में कब्ज के रामबाण इलाज लेकर आए हैं। और इनकी मदद से आप कब्ज को जड़ से खत्म भी कर सकते हैं। और इससे पहले कि हम कब्ज के रामबाण इलाज की चर्चा करें, उससे पहले हमारे लिए यह जानना जरूरी है कि आखिर कब्ज क्या होती है, क्यों है एवं इसके लक्षण क्या हैं।

    कब्ज के लक्षण एवं उपचार

    कब्ज क्या है? – What is Constipation in Hindi

    दोस्तों कब्ज पाचन तंत्र से जुड़ी स्थिति है, जिसमें मल त्याग करते समय कठिनाई होती है। और मलत्याग करते समय जब आसानी से मल गुदा मार्ग से नही निकले, उस स्थिति को ही कब्ज कहते हैं। और इस अवस्था में मल सख्त व सूखा हो सकता है। एवं कई बार तो मल त्याग करते समय पेट और गुदा मार्ग में दर्द भी हो सकता है। वैज्ञानिक तौर पर एक हफ्ते में तीन बार से कम शौच आने को कब्ज माना जाता है। और यह समस्या किसी भी आयु में हो सकती है। एवं कभी यह कुछ समय के लिए होती है, तो कभी लंबे समय तक चल सकती है। और यहां एक बात को समझना जरूरी है कि कब्ज कोई बीमारी नहीं है, यह अन्य शारीरिक विकारों का लक्षण भी हो सकता है


    कब्ज कितने प्रकार के होते हैं - what are the types of constipation

    दोस्तों कब्ज मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है। और आइए, कब्ज के इन तीनों प्रकारों को विस्तार से जानते हैं।

    1. नार्मल ट्रांजिट कॉन्स्टिपेशन (सामान्य कब्ज) : 

     दोस्तों इसे सबसे आम माना जा सकता है। और इस तरह के कब्ज से पीड़ित व्यक्ति को मल त्याग करने में परेशानी भी महसूस होती है, लेकिन वह अपने रूटीन के अनुसार सामान्य रूप से मल त्याग भी करता रहता है 

    2. स्लो ट्रांजिट कॉन्स्टिपेशन : 

     दोस्तों यह बड़ी आंत में आए विकार के कारण पैदा होने वाली समस्या है। और शौच की प्रक्रिया में एंटरिक नर्वस सिस्टम (ENS) की तंत्रिकाओं का अहम योगदान भी होता है। और ये तंत्रिकाएं ही बड़ी आंत से गुदा द्वार तक शौच को लेकर आती है। एवं इस तंत्रिका में आई असामान्यता स्लो ट्रांजिट कॉन्स्टिपेशन का कारण बनती है

    3. डेफिकेशन डिसआर्डर (शौच विकार) : 

    दोस्तों जिन लोगों को पुराने कब्ज की शिकायत भी होती है, उनमें से 50% डीफेक्शन डिसऑर्डर से पीड़ित होते हैं। और इसका सही-सही कारण विशेषज्ञ ही बता सकते हैं। एवं कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि गुदा संबंधी अंगों में शिथिलता तथा उनका आपस में बिगड़ा हुआ संबंध डिफेक्शन डिसऑर्डर का मुख्य कारण भी है

    दोस्तों इस लेख का यह हिस्सा बेहद अहम है। एवं यहां हम जानेंगे कब्ज के कारणों के बारे में।

    कब्ज के कारण क्या होते है – what are the causes of constipation

    दोस्तों मुख्य रूप से कब्ज की समस्या हमारी जीवनशैली एवं खानपान से जुड़ी है। और जैसा कि लेख के शुरुआत में बताया गया है कि कब्ज कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर में आ रही अन्य कमियों के कारण पैदा भी हो सकती है, आइए जानते हैं 


    1. कम फाइबर वाले भोजन का सेवन करना : 

     दोस्तों फलों, सब्जियों एवं अनाज में फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। और यह दो प्रकार का होता है साल्युबल एवं इनसाल्युबल। और दोनों पेट के लिए उपयोगी होते हैं। साल्युबल फाइबर पानी के साथ मिलकर जेल बनाकर पाचन को भी बढ़ाता है। और वहीं, इनसाल्युबल फाइबर मल को मोटा एवं भारी करता है और जिससे मल जल्दी बाहर आ जाता है। फाइबर की ये गतिविधि मलत्याग को सामान्य रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। और इसलिए, फाइबर की कमी मलत्याग को बाधित करके, कब्ज का कारण भी बन सकती है 

    2. द्रव्य पदार्थों का कम सेवन :

    दोस्तों फाइबर को बेहतर तरीके से काम करने के लिए पानी एवं अन्य तरल पदार्थों की जरूरत होती है। जैसे - प्राकृतिक रूप से मीठे फल, सब्जियों का रस एवं सूप इत्यादि। और इससे मल नरम होकर आसानी से पास हो जाता है 

    3. दवाएं : 

    दोस्तों दवाओं का सेवन बीमारी से निजात पाने के लिए भी किया जाता है, लेकिन कुछ दवाओं का सेवन कब्ज की बीमारी का कारण भी बन सकता है। और कुछ एंटीडिप्रेसेंट्स एवं दर्द निवारक दवाएं कब्ज का कारण बन सकती हैं । और इसलिए, दवाइयों को लैट्रिन नहीं आने का कारण भी माना जा सकता है।

    4. गर्भावस्था के दौरान : 

     दोस्तों गर्भवती महिलाओं को अक्सर कब्ज का सामना भी करना पड़ता है। और इस दौरान प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन का स्तर ज्यादा एवं मोटीलिन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। और इसी कारण पेट से गुदा मार्ग तक मल आने में लगने वाला टाइम बढ सकता है। एवं इसके अलावा, गर्भवती महिलाएं अतिरिक्त आयरन का सेवन करती हैं, जिसके कारण से कब्ज हो सकता है। और इस दौरान बढ़ा हुआ गर्भाशय मल को बाहर निकलने से रोक सकता है 

    5. हाइपोथायरायडिज्म : 

    दोस्तों हाइपोथायरायडिज्म का एक लक्षण कब्ज है। और हाइपोथायरायडिज्म शरीर में हार्मोन असंतुलन के लिए जिम्मेदार है। एवं यह असंतुलन कब्ज की बीमारी का कारण बन सकता है

    6. शारीरिक श्रम की कमी : 

     दोस्तों शारीरिक श्रम न करना अथवा कोई व्यायाम नही करना कब्ज का कारण बन सकता है। और पेट की मांसपेशियों के मजबूत होने से मलत्याग करना सुविधाजनक भी हो सकता है। और शारीरिक श्रम के अभाव में पेट की मांसपेशियां कमजोर पड़ सकती हैं एवं कब्ज का कारण बन सकती हैं 

    7. हेल्थ सप्लीमेंट्स : 

    दोस्तों ये भी कब्ज का कारण बन सकते हैं। और मुख्य रूप से आयरन एवं कैल्शियम के सप्लीमेंट कब्ज का कारण बन सकते हैं 

    8. तनाव : 

     दोस्तों तनाव कई मायनों में कब्ज भी पैदा कर सकता है। और तनाव के दौरान निकलने वाले हार्मोन आंत में संक्रमण का कारण बन सकते हैं एवं मल त्याग को बाधित कर सकते हैं। इसके अलावा, तनाव के दौरान व्यक्ति उचित आहार एवं पर्याप्त पानी का सेवन नहीं करता एवं व्यायाम नहीं करता, जिस कारण कब्ज हो सकता है 

    9. मल की इच्छा को रोकना :

    दोस्तों मल को रोके रखने से कब्ज की बीमारी हो सकती है। और ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि मल को रोके रखने से पेट एवं आंत धीरे-धीरे मल त्याग का सिग्नल देना बंद कर सकते हैं 

    10. आईबीएस : 

    दोस्तों इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) पेट से जुड़ी ऐसी समस्या है, जिसमें पेट में दर्द अथवा बेचैनी रह सकती है और साथ ही 3 महीने अथवा उससे अधिक समय के लिए मल त्याग की आदतों में बदलाव हो सकता है। और इसलिए इसके कारण कब्ज की समस्या हो सकती है


    11. अपर्याप्त नींद : 

    दोस्तों भागदौड़ भरे जीवन में काम का इतना दबाव है कि व्यक्ति भरपूर नींद नहीं सो पाता हैं। और पर्याप्त नींद नहीं लेने के कारण ही पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता एवं कब्ज की समस्या भी हो सकती है 

    कब्ज के लक्षण क्या होते हैं - what are the symptoms of constipation

    दोस्तों कब्ज की बीमारी के लक्षण इसकी गंभीरता के अनुसार नजर आ सकते हैं। और प्रत्येक व्यक्ति में कब्ज के लक्षण अलग-अलग भी हो सकते हैं। और एक व्यक्ति में कब्ज के एक अथवा एक से अधिक लक्षण देखे जा सकते हैं, जो इस प्रकार हैं

    निष्कर्ष :

    दिए गए लेख में बताया गया है कि कब्ज के लक्षण एवं उपचार क्या होते हैं और कब्ज के प्रकार कितने होते हैं लेकिन ये सिर्फ एक सुझाव है हम इनकी पुष्टि नहीं करते हैं ज्यादा जानकारी के लिए नजदीकी चिकित्सक से परामर्श लें।

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