नीलगिरी तेल के फायदे और नुक्सान : क्या आप जानते हैं नीलगिरी के तेल के हैं गजब के फायदे, जानिए इसके फायदे और नुक्सान
Benefits and harms of eucalyptus oil :
दोस्तों ऐसे कई तेल हैं, जिनका उपयोग त्वचा एवं बालों के साथ सेहत के लिए किया जाता है। और एक ऐसे तेल के बारे में हम लेख में बता रहे हैं, जो सेहत से जुड़ी समस्याओं से बचाए भी रख सकता है। और इस गुणकारी तेल का नाम है यूकेलिप्टस या नीलगिरी का तेल। और यह कैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लक्षणों से राहत दिलाता है और अब यह हमने रिसर्च के आधार पर बताया भी है। एवं साथ ही यहां नीलगिरी तेल के फायदे तथा नीलगिरी तेल का उपयोग करने की जानकारी दी गई है।
दोस्तों हम लेख के पहले भाग में नीलगिरी तेल के फायदे बता रहे हैं।
नीलगिरी तेल के फायदे –
दोस्तों नीलगिरी के तेल का उपयोग करने से कई प्रकार के फायदे हो सकते हैं। और इन नीलगिरी के तेल के लाभ के बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गई है। आइए ध्यान दें कि नीलगिरी का तेल किसी गंभीर बीमारी का इलाज भी नहीं है।
1.साइनस, कोल्ड एवं फ्लू के लिए
दोस्तों नीलगिरी का तेल साइनस (सांस लेने में तकलीफ), कोल्ड तथा फ्लू से राहत दिला सकता है और यह समस्याएं वायरल इंफेक्शन की वजह से होती हैं । अब एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, नीलगिरी तेल में एंटीवायरल क्षमता होती है। और ये प्रभाव वायरस को कम करके इन परेशानियों से बचा सकता है
दोस्तों यही वजह है खांसी होने पर इस्तेमाल में लाए जाने वाले वेपर रब में नीलगिरी तेल मिलाया जाता है । और रिसर्च के अनुसार, इस तेल में डीकन्जेस्टेंट (सर्दी-खांसी की दवा) प्रभाव भी होता है। एवं इससे नाक के श्वसन मार्ग तथा फेफड़े में जमे बलगम को साफ करके साइनस से निपटा जा सकता है और इन फायदों के लिए नीलगिरी के तेल की अरोमाथेरेपी अथवा भाप ले सकते हैं।
2. गले में खराश का इलाज
दोस्तों गले में खराश होने पर नीलगिरी तेल लाभकारी भी हो सकता है। और एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इस बात का जिक्र भी मिलता है। और रिसर्च के अनुसार, नीलगिरी के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी एवं एंटीसेप्टिक प्रभाव होते हैं। और नीलगिरी के तेल में पाए जाने वाले ये प्रभाव खांसी एवं गले में होने वाली खराश को दूर कर सकते हैं और बस इसके लिए थोड़े से पानी में इस तेल की कुछ बूंदें डालकर भाप लें।
3.दर्द एवं सूजन के लिए
दोस्तों नीलगिरी तेल के फायदे में दर्द एवं सूजन कम करना शामिल है। और एक शोध के अनुसार, नीलगिरी तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी एवं एनाल्जेसिक (दर्द-निवारक) प्रभाव होते हैं। और नीलगिरी में पाए जाने वाले ये गुण एक ओर दर्द को कम और सूजन जैसी तकलीफदेह स्थिति में सुधार भी कर सकता है । औरर इस तेल को प्रभावित हिस्से में लगाकर लाभ भी उठा सकते हैं
4. मुंहासे और त्वचा संक्रमणों से राहत
दोस्तों नीलगिरी का तेल त्वचा के लिए कई तरह से लाभदायक हो सकता है। और यह मुंहासों को दूर करने के साथ-साथ घाव भरने, सूजन को कम करने, जलन एवं फाेड़ों को ठीक करने में उपयोगी माना जाता है । और एक रिसर्च के अनुसार, इसमें एंटीएक्ने प्रभाव होता है। एवं यह सीबम ग्रंथियों को सिकोड़ कर इसके उत्पादन को कम भी कर सकता है, और जिससे मुंहासों को बढ़ने का मौका नहीं मिलता है।
दोस्तों एक अन्य शोध के मुताबिक, नीलगिरी के तेल का उपयोग त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जा सकता है। और इस तेल से बैक्टीरिया, फंगस अथवा वायरस के कारण होने वाले संक्रमण से कुछ हद तक बचा जा सकता है। और इसके अलावा, त्वचा की सूजन, एक्जिमा, झुर्रियां एवं फंगल इंफेक्शन की समस्या खत्म करने के लिए नीलगिरी का तेल लाभकारी हो सकता है ।
5. फेफड़ों के रोगों के लिए
दोस्तों फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए नीलगिरी के तेल के लाभ भी देखे जा सकते हैं। और नीलगिरी तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी एवं एंटी-इंफेक्टिव प्रभाव भी होते हैं। और ये फेफड़े की सूजन और इंफेक्शन को कम भी कर सकते हैं। और इसके अलावा, यह तेल फेफड़ों में रोग व संक्रमण उत्पन्न करने वाले जीवाणुओं को भी पनपने से रोक सकता है
6.फंगल इंफेक्शन से राहत
दोस्तों नीलगिरी तेल के फायदे में फंगल इंफेक्शन को कम करना भी शामिल है। और इसमें मौजूद एंटीफंगल गतिविधि को पेनिसिलियम डिजीटम और एस्परगिलस फ्लैवस जैसे फंगस से लड़ने में प्रभावकारी भी पाया गया है। एवं ये फंगस कई प्रकार की बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं । और एक अन्य शोध के अनुसार, नीलगिरी तेल नाखून में होने वाले संक्रमण के साथ कई प्रकार के फंगल इंफेक्शन को बढ़ने से रोक सकता है
7.दांतों के लिए
दोस्तों दांतों को स्वस्थ रखने के लिए नीलगिरी तेल का प्रयोग किया जा सकता है। और एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, नीलगिरी का तेल लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस जैसे मुंह को नुकसान पहुंचाने वाले पैथोजन के प्रभाव को कम भी कर सकता है। और इसी कारण से इसे एक अच्छा एंटीकैरियोजेनिक एजेंट भी माना जाता है, और जो दांतों को सड़न से बचा सकता है। साथ ही यह दांतों के खराब बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता है
8. घाव भरने के लिए
दोस्तों नीलगिरी के तेल के फायदे घाव भरने के लिए हो सकते हैं। और एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च में दिया है कि यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल में वुंड हीलिंग प्रभाव भी होता है। एवं इससे घाव भरने की प्रक्रिया तेज हो सकती है
9.बालों के लिए
दोस्तों बालों के लिए नीलगिरी के तेल के फायदे भी हो सकते हैं। और एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, नीलगिरी के तेल में एंटी-डैंड्रफ प्रभाव होता है, जो रूसी की समस्या से छुटकारा दिला सकता है और रूसी से छुटकारा दिलाने के साथ ह इस तेल को स्कैल्प के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने के लिए जाना जाता है। और इससे बालों के विकास को बढ़ावा मिलता है एवं बाल स्वस्थ बने रहते हैं
निष्कर्ष : दिए गए लेख में बताया गया है कि नीलगिरी तेल के फायदे और नुक्सान क्या है तथा नीलगिरी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई गई है लेकिन ये सिर्फ एक सुझाव है हम इनकी पुष्टि नहीं करते हैं ज्यादा जानकारी के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।
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