सोयाबीन तेल के फायदे और नुकसान : सोयाबीन तेल के फायदे जानकर आप रह जाएंगे दंग, लेकिन इसके ज्यादा उपयोग से हो सकते हैं ये नुक्सान

soyabeen tel ke fayade aur nuksan :

दोस्तों घर में आप कई तरह के तेल का उपयोग भी करते हैं। और कुछ तेल खाना बनाने के लिए, तो कुछ तेल बालों में लगाने के लिए भी। एवं कभी-कभी लोग तेल को शरीर और चेहरे पर लगाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। व विभिन्न प्रकार के तेल का इस्तेमाल करते हुए कभी-ना-कभी आपने भी सोयाबीन ऑयल का उपयोग किया ही होगा। और हम इस लेख में इसी तेल के बारे में बता रहे हैं। तथा इस तेल में कई खूबियां एवं खामियां हैं और जिनकी वजह से शरीर को सोयाबीन तेल के फायदे एवं नुकसान होते हैं। हमने इस आर्टिकल में विस्तार से इन सभी के बारे में बताया है। और साथ ही यह जानकारी दी है कि सोयाबीन का तेल कितना सुरक्षित होता है एवं कितना हानिकारक होता है

सोयाबीन तेल क्या है ?

दोस्तों सोयाबीन ऑयल वनस्पति तेल है या वेजिटेबल ऑयल है एवं जिसे सोयाबीन के बीजों से निकाला जाता है। और संयमित मात्रा में इसका इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है एवं लेकिन इसका अधिक उपयोग शरीर को कई तरह के नुकसान  पहुंचा सकता है। और इस वजह से हम लेख में सोयाबीन तेल के फायदे एवं नुकसान के बारे में बता रहे हैं।


दोस्तों लेख में आगे बढ़ते हुए जानते हैं कि स्वास्थ्य के लिए सोयाबीन तेल के फायदे क्या-क्या होते हैं।

सोयाबीन तेल के फायदे –

दोस्तों सोयाबीन ऑयल स्वास्थ्य पर क्या असर डालता है एवं सोयाबीन तेल के फायदे क्या हैं‌ और ये सब हम आगे रिसर्च के आधार पर बता रहे हैं। एवं इन फायदों को जानकर यह  नहीं समझ लें कि सोयाबीन तेल का उपयोग करने के बाद बीमारी में डॉक्टर से परामर्श लेने की जरूरत नहीं है। और यह तेल बीमारियों से बचाव कर सकता है

1. हड्डी स्वास्थ्य

  दोस्तों हड्डी स्वास्थ्य को बनाए रखने में  सोयाबीन ऑयल मदद भी कर सकता है और इसमें आइसोफ्लेफॉन केमिकल कंपाउंड होता है, जो एस्ट्रोजेनिक गतिविधि एवं एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव दिखाता है। और यह ऑक्सीडेटिव संतुलन को बनाए रखते हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से संबंधित बीमारियों जैसे कि ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी रोग) से बचाव कर सकता है और साथ ही यह एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ाकर हड्डी को स्वस्थ रखने में  सहायक हो सकता है 

2. अल्जाइमर रोग के लिए
  दोस्तों अल्जाइमर रोग या भूलने की बीमारी को कुछ कम करने में सोयाबीन तेल मदद भी कर सकता है। और चूहों पर हुए एक रिसर्च के मुताबिक, सोयाबीन ऑयल का सेवन करने वालों की याददाश्त एवं याद करने की क्षमता बढ़ सकती है और हम ऊपर बता ही चुके हैं कि सोयाबीन तेल में आइसोफ्लेफॉन्स होते हैं। एवं यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके एजिंग के कारण होने वाले अल्जाइमर रोग से राहत दिला सकता है

3. बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने एवं हृदय को बचाने के लिए

  दोस्तों कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए  सोयाबीन तेल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। और एक रिसर्च पेपर में बताया गया है कि सोयाबीन तेल अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने एवं बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद भी कर सकता है।

दोस्तों रिसर्च में बताया गया है कि सोयाबीन का तेल आंतों में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करके इसके स्तर को नियंत्रित करने में सहायक भी हो सकता है। और हानिकारक कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल के कम होने से हृदय संबंधी परेशानियों से बचा जा सकता है 

4. त्वचा के लिए

दोस्तो त्वचा को जवां बनाए रखने एवं उसे पोषण देने में सोयाबीन तेल मदद भी कर सकता है। और एक रिसर्च में बताया गया है कि सोयाबीन के अर्क में एंटी एजिंग प्रभाव भी होता है। और इसे चेहरे पर लगाने से यह एजिंग की प्रक्रिया को धीमा भी कर सकता है 


दोस्तों इसके अलावा, सोयाबीन के तेल में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी एवं एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव की वजह से यह स्किन को रिपेयर करने तथा त्वचा संबंधी सूजन को कम करने में मदद भी कर सकता है। और साथ ही यह यूवी रेज से होने वाले नुकसान से बचा सकता है 

5. इंफ्लेमेशन से बचाव
दोस्तों हम ऊपर बता ही चुके हैं कि सोयाबीन में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होता है। और इस गुण से त्वचा संबंधी इंफ्लेमेशन को कम भी किया जा सकता है। और साथ ही एक रिसर्च में इस बात का जिक्र भी मिलता है कि सोयाबीन तेल का एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव फेफड़ों पर होने वाले इंफ्लेमेशन को रोकने में मदद भी कर सकता है

निष्कर्ष : दिए गए लेख में बताया गया है कि सोयाबीन तेल के फायदे और नुक्सान क्या है और सोयाबीन तेल के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है लेकिन ये सिर्फ एक सुझाव है हम इनकी पुष्टि नहीं करते हैं ज्यादा जानकारी के लिए नजदीकी चिकित्सक से परामर्श लें ।

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